📉 शेयर बाजार में 1-1 करके स्टॉक खरीदने-बेचने से हो रहा है बड़ा नुकसान! जानिए DP Charges का सच
क्या आप भी शेयर बाजार में हर स्टॉक 1-1 शेयर खरीदकर या बेचकर ट्रेड करते हैं?
तो हो जाइए सावधान — आप बिना जाने ही अपने मुनाफे का बड़ा हिस्सा DP Charges में गंवा रहे हैं।
🧾 DP Charges क्या होते हैं?
जब आप किसी भी शेयर को Demat Account से बेचते हैं, तो उसपर एक छोटा लेकिन लगातार लगने वाला शुल्क काटा जाता है, जिसे कहते हैं DP Charges (Depository Participant Charges).
ये चार्ज ₹30 + GST (यानी लगभग ₹36) तक हो सकता है हर बार जब आप शेयर बेचते हैं — भले ही आप सिर्फ 1 शेयर बेचें।
🔍 हर स्टॉक 1-1 करके बेचने पर क्या नुकसान होता है?
मान लीजिए आपने 10 अलग-अलग कंपनियों के सिर्फ 1-1 शेयर खरीदे हैं। जब आप इन्हें बेचते हैं, तो:
- हर शेयर की सेल पर ₹35 का DP Charge कटेगा
- 10 शेयर बेचने पर = ₹350 खर्च सिर्फ चार्जेस में!
- कई बार ये चार्ज उस शेयर के प्रॉफिट से भी ज्यादा होता है
📊 उदाहरण से समझिए:
शेयर का नाम | बेचने की रकम | मुनाफा | DP चार्ज | नेट मुनाफा |
---|---|---|---|---|
ABC Ltd | ₹100 | ₹40 | 35 | ₹5 |
XYZ Ltd | ₹80 | ₹15 | ₹35 | ₹-20 (नुकसान) |
🧠 ये गलती अक्सर नए निवेशक करते हैं
नए निवेशक सोचते हैं कि थोड़ा-थोड़ा निवेश बेहतर होता है, लेकिन 1-1 करके स्टॉक बेचने का ये तरीका छिपा हुआ नुकसान देता है। ये चार्ज स्टेटमेंट में छोटे अक्षरों में दिखता है, इसलिए कई लोग इसे नोटिस भी नहीं करते।
✅ कैसे बचें इस नुकसान से?
- स्टॉक थोक में बेचें – एक ही बार में ज्यादा शेयर बेचें
- DP Charges को समझें और ट्रैक करें
- Broker का चार्ज स्ट्रक्चर चेक करें – कुछ ब्रोकर्स में ये अलग-अलग हो सकता है
- Long Term निवेश पर ध्यान दें – Frequent ट्रेडिंग से बचें
- Consolidated Statement पढ़ना सीखें – वहाँ चार्जेस की पूरी जानकारी मिलती है
🔚 निष्कर्ष:
शेयर बाजार में निवेश से फायदा तभी होगा जब आप छिपे हुए खर्चों को समझकर ट्रेड करें।
DP Charges छोटा दिखने वाला लेकिन बड़ा असर करने वाला चार्ज है — इससे सतर्क रहना जरूरी है।
👉 अगली बार जब आप 1-1 करके स्टॉक बेचने जाएं — पहले ये ज़रूर सोचें:
“क्या मेरा मुनाफा इन DP चार्जेस से ज़्यादा है?”